नमस्कार साथियों वन्देमातरम् जय गौ माता की
7 दिवसीय आवासीय कृषि कार्यशाला के 5 वे दिन किसानों ने तकनीकी सत्र में कृषि की आर्थिक व्यवस्था का व्योहारिक प्रशिक्षण लिया
यह प्रशिक्षण आदरणीय डॉ के कृष्णा राव जी ने दिया डॉ राव कई वर्षों से गाय कृषि का विश्लेषण कर रहे है और कृषि नीतियों का गहरा अनुभव रखते है। डॉ राव ने बताया की बाज़ार आपके उत्पादन को उत्पाद में बदलता है और शून्य तकनीक पर आपके कच्चे माल पर व्यवसाय करता है।
किसान को अपनी आय बढ़ाने और आत्मनिर्भरता सुनिचित करने के लिए दो कार्य करने की आवश्यकता है पहला किसान को खेती में लगने वाली लागत नियंत्रण में लेना होगा उसे खाद बीज और दवाई की तैयारी स्वयं करनी होगी जो हमारे पूर्वज किया करते थे।
दूसरा उत्पादन को उत्पाद में बदलकर सप्लाई चेन पर कार्य करना होगा यह कार्य किसान स्वयं के लेवल पर कर सकता है तो ठीक है नहीं तो क्लस्टर बना कर करे । डॉ राव जी ने देश भर से आये किसानों को सागर आने पर बधाई और भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दी।
#Akash Chourasiya (आकाश चौरसिया)
प्राकृतिक जैविक कृषि सागर मध्यप्रदेश
सौo- गांव शहर की नई बातें, हिंदी समाचार- पत्र
सह- संपादक-- मनीष कनौजिया
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