नमस्कार साथियों वन्दे मातरम् जय गौ माता की
30 दिवसीय निःशुल्क सर्टिफिकेट कोर्स में प्रतिभागियों ने सीखा मटका खाद बनाने का तरीक़ा साथ ही फ़सलों में आसान तरीक़े से पहुँचने की विधि ।
भारत सरकार के कृषि मंत्रालय द्वारा संचालित क्षेत्रीय प्राकृतिक एवं जैविक कृषि केंद्र नागपुर व उन्नत कृषि अभियान परिषद द्वारा आयोजित प्राकृतिक जैविक कृषि फ़ार्म ग्राम कपुरिया झाँसी रोड सागर मध्यप्रदेश में दिनांक 02 जनवरी से 31 जनवरी तक चलने वाली कार्यशाला में आज दिनांक 8 जनवरी को कृषकों ने फ़सलो में कुदरती साधनों से तैयार शुक्ष्मपोशक तत्वों की पूर्ति हेतु मटका खाद बनाने की विधि को जाना।
इसमे 20 किलो देशी गाय का गोबर 20 लीटर देशी का मूत्र, 2 किलो उड़द दाल का आटा, 2 किलो गुड और 2 किलो सरसों की खली मिलकर 5 दिन तक कपड़े से मुँह ढक कर पचवे दिन के बाद घड़ी की सुई और विपरीत दिशा में घुमाकर ज़्यादा पानी मिलाकर मशीन से देने का आसान तरीक़ा समझा।
यह खाद हर फसल में 15 दिन में एक बार देना चाहिए इससे फ़सलो में सभी शुक्ष्म पोशक तत्वों की पूर्ति होती है।
#Akash Chourasiya (आकाश चौरसिया)
प्राकृतिक जैविक कृषि सागर मध्यप्रदेश
सौo- गांव शहर की नई बातें, हिंदी समाचार- पत्र
सह- संपादक-- मनीष कनौजिया
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