नमस्कार साथियों वंदे मातरम् जय गौ माता की
प्रति माह लगातार 15 वर्षो से चल रही दिनांक 27 और 28 फरवरी की मल्टीलेयर कृषि वा प्राकृतिक जैविक कृषि प्रशिक्षण कार्यशाला का समापन।
देश दुनियां भर से किसान, युवा, महिला किसान, रिसर्च स्कॉलर, स्टूडेंट वा आर्मी सोल्जर प्राकृतिक जैविक कृषि फार्म सागर मध्यप्रदेश में स्वयं द्वारा इजाद की गई मल्टीलेयर कृषि पद्धति सीखने आते हैं।
इस कड़ी में फ़रवरी माह की दिनांक 27 वा 28 की कार्यशाला में देश भर से 60 से ज्यादा कृषक भाई बहन शमिल हुए । फार्म पर कृषकों को मल्टीलेयर कृषि प्रणाली पर व्योहारीक प्रशिक्षण दिया। साथ ही मल्टीक्रोपिंग कृषि प्रणाली, मिश्रित प्रणाली, अंतरवर्तीय कृषि प्रणाली और एकल फसल प्रणाली के विभिन्न फसलों के मॉडलो का अवलोकन कर किसानों प्रशिक्षण प्राप्त किया ।
कार्यशाला में किसानों ने पानी का प्रबंधन, सिंचाई विधियां,पानी वा मिट्टी संरक्षण विधियां, देशी बीज बैंक, विभिन्न जैविक खाद निर्माण विधियां, गौ शाला प्रबंधन, जैव कीट नियंत्रण, जैव विविधता,प्रसंस्करण वा भंडारण आदि विषयों पर व्योहारीक प्रशिक्षण प्राप्त किया।
किसानों ने इस कार्यशाला में कृषि में आने वाली अनेक समस्याओ का हल जानकर सम्पूर्ण कृषि विकास के ढांचे को समझा जिसमें भूमि सुधार से लेकर तकनीकी प्रबंधन से उत्पादन और उत्पाद तक की व्यवस्था का संपूर्ण मॉडल देखा जो भारत की कृषि वा किसान को ना केवल समृद्ध शाली और आत्मनिर्भर बनाती हैं बल्कि विश्व में भारत के विश्वगुरु के दर्जे का मान बढ़ती है ।
#Akash Chourasiya (आकाश चौरसिया)
प्राकृतिक जैविक कृषि सागर मध्यप्रदेश
सौo- गांव शहर की नई बातें, हिंदी समाचार- पत्र
सह- संपादक-- मनीष कनौजिया